Saturday, February 13, 2016

प्यार एक अनुपम उपहार हैं.....

प्यार एक अनुपम उपहार है.... सही कह रहे है????? अरे आपके लिए तो हम सही कह रहे होंगे. क्योंकि इंसान जब प्यार में होता है, तो उसे हर चीज जो प्यार को दर्शाती है सही ही लगती है. आपका पार्टनर आपको कितना भी चूतिया बनाये आप ख़ुशी ख़ुशी बनके लिए तैयार रहते है.  गर न भी बनाये तब भी आप बने रहते है क्योंकि आप उस प्रवृत्ति से निकल ही नही पाते. जब आपके अंतर्मन को चटाक का झटका लगता है. तब आप पाते है कि जिस चूतियापन्ती में आप पड़े हुए थे, वो तो कभी था ही नही. बस सामाजिक फैशन के शिकार थे आप. चलो ये रही बात आपकी, अब जिस सामाजिक फैशन में आप बंधे थे वो है क्या?  भाई है तो ऐसा कुछ नहीं जिस पर बात हो. अब दुनिया कर रही है तो हम भी कर लेते है. बात दरअसल ये है कि दो प्रतिद्वंदी लोगों के मध्य जब तोहफा, बातों, मिलन का सिलसिला शुरू हो जाता है उसे कहते है लव. अब ये होता कैसे हे तो सुनिए...
अरे यार तूने वो लड़की देखी?
कौन?
अरे वही जो फाइन आर्ट में आयी है.
भाई तू फाइन आर्ट वाली पर भी लाइन मारने लगा.
हां, क्योंकि मै नार्मल हूँ...
मतलब क्या है इससे..
कुछ नही, वैसे तूने शायद ध्यान नहीं दिया उस पर.. रुक अभी आती होगी.. रोज इसी टाइम निकलती है. आज सोच रहा हूँ बोल ही दूँ. भाई आ गई, आ गई....
जा आल द बेस्ट...
(थोड़ी देर बाद)
भाई क्या हुआ???
होना क्या था, कल आ रही है सीसीडी...
भाई तेरा सही है...
फिर बस कुछ दिनों का सिलसिला सोनू, बाबू, खाना खाया की नहीं... उसके बाद सबकी कहानी एक सी.. आजकल तो एक चीज और हो गई है.. अगर आपका बॉयफ्रेंड या आपकी गर्लफ्रेंड नहीं है.. तो लोग आपको ऐसी हीनभावना से देखेंगे कि आपको लगने लगेगा कि आप इस दुनिया के है ही.. एक बात से और बचके रहियेगा की कही आप उस श्रेणी के तो नहीं. जिसपर कोर्ट में बवाल मचा हुआ है..
वैसे आज का दिन तो त्यौहार है.. सबसे बड़ा पर्व. और आज तो इंटरनेशनल छुट्टी भी है.. फिर क्या करो ऐश..

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