Wednesday, February 16, 2022

ज़हर लगते हो... #patriarchal

 तुम कहते हो कि मेरे लिए सब समान है, और अपने घर जाकर अपनी घर कि बहू बेटी को उनके अस्तित्व की वजह से कमतर मानते हो, मुझे बहुत जहर लगते हो।

तुम कहते हो कि नारी सशक्त है वह अब अबला नहीं सबला है, और फिर अपनी मर्दानगी का दिखावा करते हो, मुझे बहुत जहर लगते हो।

तुम कहते हो कि सबको शिक्षा का समान अधिकार है, हम जो चाहे पढ़ सकते है, और फिर एक निश्चित रास्ता तय कर देते हो, मुझे बहुत जहर लगते हो।

तुम कहते हो कि सबकी अपनी सोच है सबको अपनी बात रखने का अधिकार है, और फिर हमारी किसी भी बात को दरकनार  कर देते हो, मुझे बहुत जहर लगते हो।

तुम कहते कि लड़कियां तो हर क्षेत्र में झंडे गाड़ रही है, उनका कोई सानी नहीं, और फिर उनकी जगह दिखाने की कोशिश करते हो, मुझे बहुत जहर लगते हो।